क्यूरी के नियम के अनुसार अनुचुम्बकीय पदार्थ में चुम्बकत्व अनुप्रयुक्त चुम्बकीय क्षेत्र के समानुपाती होता है। अनुचुम्बकीय पदार्थों की चुम्बकीय प्रवृत्ति इसके परमताप के व्युत्क्रमानुपाती होती है अर्थात्, χ ∝ 1/T ⇒ χ = C/T यहाँ C = क्यूरी नियतांक, T = परमताप।