प्रतिदिप्त वह संदीप्त है जो तब प्राप्त होती है जब कोई पदार्थ किसी तरंगदैर्ध्य को उत्सर्जित करता है। इस प्रकार का उत्सर्जन तब तक होता है जब तक प्रकाश का अपतन पदार्थ पर होता है।