हॉल प्रभाव किसी वैद्युत धारावाही चालक अथवा अर्द्धचालक पर धारा के अभिलंब एक चुम्बकीय क्षेत्र लगाने पर इसके दो सिरों के बीच एक अनुप्रस्थ विद्युत विभवान्तर उत्पन्न होना है।