रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल #8211; α-कण के प्रकीर्णन के प्रयोगों के निष्कर्षों के आधार पर रदरफोर्ड ने एक मॉडल दिया जिसे रदरफोर्ड मॉडल कहते हैं। इस मॉडल के अनुसार, (1) परमाणु के केन्द्र पर लगभग 10<sup>-14</sup> मी का नाभिक होता है जिसमें परमाणु का समस्त धनात्मक आवेश तथा द्रव्यमान केन्द्रित होता है। नाभिक पर + Ze आवेश होता है, जहाँ Z अवयव का परमाणु क्रमांक है। (2) इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक आवेशित कण) लगभग 10<sup>-10</sup> मी त्रिज्या के खोखले गोले के भीतर बंटे रहते हैं। (3) इलेक्ट्रॉन का कुल ऋणात्मक आवेश नाभिक के धनात्मक आवेश के बराबर होता है। (4) इलेक्ट्रॉन, नाभिक के चारों ओर स्थिर नहीं रहते हैं अन्यथा नाभिक के धनात्मक आवेश के आकर्षण के कारण इलेक्ट्रॉन नाभिक में गिर जाते तथा परमाणु अस्थायी हो जाता। अतः रदरफोर्ड ने माना कि इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर वृत्तीय कक्षाओं में घूमते हैं।