प्रकीर्णन, किसी पदार्थ पर प्रकाश के आपतन होने के पश्चात् प्रकाश पुंज का प्रत्येक दिशा में विसरण होने को कहते है। प्रकीर्णित प्रकाश की तीव्रता 1/λ<sup>4</sup> के अनुक्रमानुपाती होती है।