स्पर्शज्या नियम #8211; जब दो परस्पर लम्बवत् चुम्बकीय क्षेत्र में किसी मुक्त चुम्बक को निलम्बित करने पर वह किसी निश्चित स्थिति में विराम अवस्था में आ जाती है। इस अवस्था में चुम्बक पर आरोपित कुल आघूर्ण शून्य होता है। इस अवस्था में F = H tan θ जहाँ θ चुम्बक व H के मध्य कोण है।