ऐम्पियर-परिपथीय नियम के अनुप्रयोग #8211; (1) R त्रिज्या की तथा i धरा प्रवाहित एक लम्बी धात्विक छड़ के कारण चुम्बकीय क्षेत्र (a) यदि r lt; R, B = (µ<sub>0</sub>i/2πR<sub>2</sub>)r. अर्थात् B ∝ r (b) यदि r = R (अर्थात् पृष्ठ पर) B = µ<sub>0</sub>i/2πR<sub>2</sub> (c) कुण्डलिनी के रूप में एक परिनालिका का चुम्बकीय क्षेत्र B = µ<sub>0</sub>Ni