गैसों का अणुगति सिद्धान्त की अभिधारणा #8211; (1) गैस के सभी अणु एक-जैसे दृढ़ और अति सूक्ष्म गोलाकार कण होते हैं। (2) गैसों के अणुओं के बीच का खाली स्थान अन्तर आण्विक स्थान कहलाता है तथा अणु जो बल एक-दूसरे पर लगाते हैं, अन्तर आण्विक बल कहलाता है। (3) दो अणुओं के मध्य टक्कर पूर्ण प्रत्यास्थ होने में इनकी गतिज ऊर्जा संरक्षित रहती है। (4) अणुओं की गति पर गुरूत्वाकर्षण बल का कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि गैस के अणुओं का वेग अत्यधिक एवं द्रव्यमान बहुत कम होता है।