ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार, किसी निकाय को दी गई ऊष्मा (dQ), उस निकाय द्वारा किये गये बाह्य कार्य (dW) तथा उसकी आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि (dU) के योग के बराबर होती है अर्थात् dQ = dU + dW