किसी बिन्दु पर आवेश (q) की स्थितीज ऊर्जा (किसी आवेश विन्यास के कारण क्षेत्र की उपस्थिति में) बाह्य बल (वैद्युत बल के समान तथा विपरित) द्वारा आवेश (q) को अनंत से उस बिन्दु तक ले जाने में किए गए कार्य के बराबर होती है।