तरंगो के अध्यारोपण के सिद्धान्त के अनुसार एक विशेष बिंदु पर एक माध्यम में कई तरंगों का परिणामी विस्थापन उस बिंदु पर प्रत्येक तरंग द्वारा उत्पन्न व्यक्तिगत विस्थापन का सदिश योग होता है। अर्थात् y = y<sub>1</sub>, y<sub>2</sub>, y<sub>3</sub>+ …