लाल दैत्य एक विशाल तारा है जिसे स्टोलर (तारों के सम्बन्ध में) की अन्तिम अवस्था में देखा गया है। इसकी सतह का तापमान 2000-3000 K तथा व्यास सूर्य के व्यास का 10-100 गुना होता है।