संसंजन एवं आसंजन के ये बल जितनी दूर तक प्रभावी होते हैं उसे आणविक आकर्षण (विस्तार) का क्षेत्र कहते हैं। इसका मान लगभग 10<sup>-9</sup> (अणु के आकार के लगभग) होता है।