तरंग यांत्रिकी यांत्रिकी का एक रूप है जिसका विकास डी ब्रोगली व श्रोडिंगर ने किया। इस सिद्धान्त का प्रतिपादन इस आधार पर हुआ कि प्रकाश के दो रूप होते हैं। एक तरंग रूप और दूसरे कण रूप सभी मूल कण भी तरंगों से सम्बद्ध होते हैं।