सूर्य के मध्य भाग को प्रकाशमंडल कहा जाता है। प्रकाशमंडल (Photosphere) सूर्य की वह परत है जिसे हम आमतौर पर देखते हैं। यह सूर्य का सबसे निचला स्तर है जिसे हम सीधे तौर पर देख सकते हैं, क्योंकि सूर्य एक गैसीय गोला है और इसकी कोई ठोस सतह नहीं है।
यहां प्रकाशमंडल के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:
तापमान: प्रकाशमंडल का तापमान लगभग 5,500 डिग्री सेल्सियस (10,000 डिग्री फ़ारेनहाइट) होता है।
मोटाई: इसकी मोटाई लगभग 100 किलोमीटर (60 मील) होती है।
दानेदार संरचना: प्रकाशमंडल को दूरबीन से देखने पर यह दानेदार दिखाई देता है। ये दाने वास्तव में संवहन कोशिकाएं (convection cells) होती हैं, जहां गर्म गैस ऊपर उठती है और ठंडी गैस नीचे गिरती है। इन दानों को ग्रैन्यूल (granules) कहा जाता है।
सौर कलंक (Sunspots): प्रकाशमंडल में सौर कलंक दिखाई देते हैं। ये ठंडे क्षेत्र होते हैं जो आसपास के क्षेत्र से अपेक्षाकृत ठंडे होते हैं (लगभग 3,800 डिग्री सेल्सियस)। ये मजबूत चुंबकीय क्षेत्रों के कारण बनते हैं। सौर कलंक की संख्या और गतिविधि सूर्य के चक्र (Solar cycle) के साथ बदलती रहती है।
प्रकाशमंडल सूर्य की वह परत है जो हमें सूर्य की ऊर्जा और गतिविधियों को समझने में मदद करती है। इसका अध्ययन सौर भौतिकी के लिए महत्वपूर्ण है।