शुक्र ग्रह की पृथ्वी से दूरी लगभग 4.0 करोड़ किलोमीटर है। यह दूरी तब होती है जब शुक्र अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिसे "निचली युति" (Inferior Conjunction) कहते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ग्रहों की दूरी स्थिर नहीं होती है। शुक्र और पृथ्वी दोनों ही सूर्य के चारों ओर अपनी-अपनी कक्षाओं में घूमते हैं, इसलिए उनके बीच की दूरी लगातार बदलती रहती है। जब शुक्र सूर्य के दूसरी तरफ होता है, तो यह दूरी बढ़कर लगभग 25.9 करोड़ किलोमीटर तक हो सकती है। शुक्र ग्रह को "पृथ्वी का जुड़वां" भी कहा जाता है क्योंकि यह आकार और द्रव्यमान में पृथ्वी के समान है। हालांकि, इसकी सतह की परिस्थितियां पृथ्वी से बहुत अलग हैं। शुक्र का वातावरण घना और विषाक्त है, जिसमें ज्यादातर कार्बन डाइऑक्साइड है, और सतह का तापमान इतना अधिक है कि यह सीसा को भी पिघला सकता है।