2011 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत में प्रति वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में औसतन 382 लोग निवास करते हैं। यह संख्या भारत को दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले देशों में से एक बनाती है। जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से भारत में राज्यों के बीच काफी भिन्नता है। बिहार 1106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर के साथ सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य है, इसके बाद पश्चिम बंगाल (1028) और उत्तर प्रदेश (828) का स्थान आता है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश में जनसंख्या घनत्व सबसे कम है, जहां प्रति वर्ग किलोमीटर में केवल 17 लोग रहते हैं। जनसंख्या घनत्व कई कारकों से प्रभावित होता है, जिनमें भौगोलिक स्थिति, जलवायु, कृषि उत्पादकता, औद्योगीकरण और शहरीकरण शामिल हैं। उपजाऊ भूमि और जल संसाधनों की उपलब्धता वाले क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व अधिक होता है, क्योंकि ये क्षेत्र अधिक लोगों का भरण-पोषण कर सकते हैं। इसी तरह, औद्योगिक और शहरी क्षेत्रों में भी जनसंख्या घनत्व अधिक होता है, क्योंकि ये क्षेत्र रोजगार और आर्थिक अवसरों को आकर्षित करते हैं। भारत में जनसंख्या घनत्व एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, क्योंकि यह संसाधनों पर दबाव बढ़ाता है और बुनियादी ढांचे पर बोझ डालता है। उच्च जनसंख्या घनत्व के कारण जल संकट, प्रदूषण, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जनसंख्या घनत्व को कम करने और इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही है, जिनमें परिवार नियोजन कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, शिक्षा और जागरूकता बढ़ाना, और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना शामिल है।