अंगूर के उत्पादन को विटिकल्चर कहा जाता है, लेकिन यह सिर्फ एक शब्द से कहीं ज़्यादा विस्तृत प्रक्रिया है। विटिकल्चर, लैटिन शब्द "Vitis" (बेल) और "Cultura" (खेती) से मिलकर बना है। इसमें अंगूर की बेलों की खेती का विज्ञान और कला दोनों शामिल हैं, जिसमें उनकी रोपण, देखभाल, और फसल कटाई से लेकर अंगूर की गुणवत्ता और उपज को अनुकूलित करने के लिए कई तकनीकें शामिल हैं। विटिकल्चर में मिट्टी के प्रकार का चयन, उपयुक्त जलवायु का निर्धारण, बेलों की किस्मों का चुनाव (जो क्षेत्र और वांछित अंगूर के प्रकार के आधार पर भिन्न होती हैं), सिंचाई, खाद, कीट और रोग प्रबंधन, बेलों की छंटाई (प्रूनिंग), और कटाई के समय का निर्धारण शामिल है। प्रत्येक पहलू अंगूर की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए, बेलों की छंटाई न केवल बेल के आकार को बनाए रखने में मदद करती है बल्कि अंगूर की गुणवत्ता और मात्रा को भी प्रभावित करती है। विटिकल्चर का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले अंगूर का उत्पादन करना है जो वाइन बनाने, टेबल अंगूर के रूप में उपभोग करने या रस बनाने जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयुक्त हो। दुनिया भर में विटिकल्चर के अलग-अलग क्षेत्र अपने अद्वितीय जलवायु, मिट्टी, और अंगूर की किस्मों के लिए जाने जाते हैं, जो प्रत्येक क्षेत्र के वाइन को एक विशिष्ट स्वाद और विशेषता प्रदान करते हैं। इसलिए, विटिकल्चर न केवल अंगूर की खेती है, बल्कि यह एक जटिल और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो वाइन उद्योग और कृषि अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है।