सूर्य के ऊपर के भाग को वर्णमंडल कहा जाता है।
वर्णमंडल, जिसे क्रोमोस्फीयर (Chromosphere) भी कहते हैं, सूर्य के वायुमंडल की एक परत है जो प्रकाशमंडल (Photosphere) के ठीक ऊपर स्थित होती है। यह परत प्रकाशमंडल की तुलना में कम घनी और बहुत अधिक गर्म होती है।
कुछ अतिरिक्त जानकारी:
रंग: वर्णमंडल को वर्णमंडल इसलिए कहा जाता है क्योंकि सूर्यग्रहण के दौरान यह एक पतली, लाल रंग की परत के रूप में दिखाई देता है। यह लाल रंग हाइड्रोजन परमाणुओं द्वारा उत्सर्जित विशिष्ट तरंग दैर्ध्य के कारण होता है, जिसे हाइड्रोजन-अल्फा रेखा कहा जाता है।
तापमान: वर्णमंडल का तापमान ऊंचाई के साथ बढ़ता है। प्रकाशमंडल के शीर्ष पर लगभग 4,000 डिग्री सेल्सियस से शुरू होकर, यह ऊपर की ओर बढ़ने पर 25,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है।
संरचना: वर्णमंडल समतल नहीं होता, बल्कि इसमें स्पाइक्यूल्स (Spicules) नामक ज्वालाओं जैसी संरचनाएं होती हैं जो ऊपर की ओर उठती हैं। ये स्पाइक्यूल्स गर्म गैस के जेट हैं जो वर्णमंडल में ऊपर की ओर प्रक्षेपित होते हैं।
महत्व: वर्णमंडल सौर वातावरण का एक गतिशील क्षेत्र है और सौर फ्लेयर्स (Solar flares) और कोरोनल मास इजेक्शन (Coronal Mass Ejections) जैसी सौर गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अध्ययन: वैज्ञानिक विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करके वर्णमंडल का अध्ययन करते हैं, ताकि सूर्य और अंतरिक्ष मौसम को बेहतर ढंग से समझा जा सके। इसमें स्पेक्ट्रोस्कोपी (Spectroscopy) और फिल्टरग्राम (Filtergrams) का उपयोग शामिल है।