पढ़ें सोलंकी वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश की कला साहित्य के बारे में और जाने सोलंकी राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। सोलंकी वंश का संस्थापक मूलराज
पढ़ें शिशुनाग वंश का इतिहास, उनके शासक और जाने शिशुनाग राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य शिशुनाग वंश की स्थापना कोकल्ल प्रथम ने लगभग 845 ई. में की थी।
पढ़ें राष्ट्रकूट वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने कुषाण राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक
पढ़ें परमार वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने परमार राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। परमार वंश के संस्थापक उपेंद्र
पढ़ें पल्लव वंश का इतिहास, उनके शासक और जाने पल्लव राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य पल्लव राजवंश प्राचीन दक्षिण भारत का एक राजवंश था। पल्लव वंश के संस्थापक
पढ़ें दिल्ली सल्तनत का इतिहास,प्रमुख राजवंश, शासकों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। यहाँ कुतुबुद्दीन ऐबक
पढ़ें चौहान वंश इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने चौहान राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। चौहान वंश का संस्थापक राजा वासुदेव
पढ़ें चोल वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने चोल राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। चोल वंश के संस्थापक विजयालय (850-870-71 ई.)
पढ़ें चंदेल वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने चंदेल राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। चन्द्रवर्मन (नन्नुकदेव) (831-845 CE),
पढ़ें गुप्त वंश का इतिहास, उनके शासक और गुप्तकालीन शासक से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने गुप्त राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। गुप्त वंश का संस्थापक
पढ़ें कुषाण वंश का इतिहास, उनके शासक और उनके वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने कुषाण राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। कुषाण वंश के संस्थापक कुजुल
पढ़ें कलचुरी वंश का इतिहास, उनके शासक और जाने कुषाण राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य कलचुरी वंश की स्थापना कोकल्ल प्रथम ने लगभग 845 ई. में की
चोल साम्राज्य : चोल साम्राज्य के उदय के सम्बन्ध में जानकारी संगम युग (तीसरी शताब्दी) से मिलनी प्रारम्भ होती है। संगम साहित्य में दो चोल नरेशों करिकाल एवं
गुप्त साम्राज्य की नींव रखने वाला शासक श्री गुप्त था। श्री गुप्त ने ही 275 ई. में गुप्त वंश की स्थापना की थी। मौर्य काल के बाद गुप्त काल को भी भारतीय इतिहास
विजयनगर साम्राज्य (लगभग 1350 ई. से 1565 ई.) की स्थापना राजा हरिहर ने की थी। ‘विजयनगर’ का अर्थ होता है ‘जीत का शहर’। मध्ययुग के इस शक्तिशाली हिन्दू
पेशवा-साम्राज्य
मौर्य साम्राज्य के पतन के कारण : मौर्य वंश के संस्थापक और प्रथम शासक चन्द्रगुप्त मौर्य थे। मौर्य साम्राज्य के प्रथम शासक चन्द्रगुप्त मौर्य के समय से
अलाउद्दीन खिलजी की पूरी जानकारी पढ़ें
पल्लव राजवंश: पल्लव राजवंश की स्थापना की जानकारी में मतभेद है। अवशेषों के अनुसार कहा जा सकता है कि सातवाहन वंश के पतन के बाद ही इस वंश की स्थापना हुयी।
चेर वंश : चेर वंश का प्रथम शासक और संस्थापक उदियन जेरल (उदयिन जेरल) को माना जाता है। चेर वंश का साम्राज्य पांड्य देश के पश्चिम और उत्तर में समुद्र और
कुषाण वंश (Kushan Empire) : कुषाण वंश का संस्थापक कौन था, कुषाण वंश का इतिहास, कुषाण वंश के बारे में जानकारी, कुषाण वंश के सिक्के, कुषाण वंश के पतन के कारण आदि
खनिज किसे कहते हैं
खिलज़ी वंश का अंत कर दिल्ली में एक नये वंश का उदय हुआ जिसे तुगलक वंश (Tughlaq Dynasty) कहते है। तुगलक वंश (Tughlaq Dynasty) ने दिल्ली पर 1320 से 1413 ई. तक राज किया। तुगलक वंश का पहला
चालुक्य वंश : चालुक्य वंश की मुख्यतः तीन शाखाएँ थी, पहली बादामी/वातापी के चालुक्य जिसे मूल शाखा भी कहा जाता है, दूसरी थी वेंगी के चालुक्य जिसे पूर्वी शाखा
वैश्वीकरण | भूमंडलीकरण क्या है