दशरूपक के लेखक का नाम धनंजय भट्ट (Dhananjaya Bhatta) है। यह एक हिंदी नाटक शास्त्र का महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो नाट्य और रस विषयों पर आधारित है। इस ग्रंथ में दश रूपकों के विषय में विस्तार से बताया गया है जो भारतीय नाट्य शास्त्र के मूल स्तम्भ माने जाते हैं।