नीतिसार ग्रंथ के लेखक महाकवि कामंदक हैं। यह ग्रंथ नीतिशास्त्र, धर्म और संस्कृति से संबंधित मूल्यवान ज्ञान को समेटता है। यह ग्रंथ हिंदी उपमहाद्वीप में लोकप्रिय है और विशेष रूप से दक्षिण एशिया में उपलब्ध है।