अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है। यह छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में स्थित है। इसकी स्थापना 1975 में हुई थी और इसे 2009 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया था। अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य लगभग 555 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यह विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है, जिनमें बाघ, तेंदुआ, भालू, जंगली कुत्ते, चीतल, सांभर, और कई प्रकार के पक्षी शामिल हैं। यह वनस्पतियों और जीवों की विविधता के लिए भी जाना जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के पेड़, पौधे और औषधीय जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं। अभयारण्य साल के घने जंगलों से ढका है और कई नदियों और झरनों का स्रोत है, जो इसे वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास बनाता है। अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है और छत्तीसगढ़ में पारिस्थितिक पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।