अटाकामा मरुस्थल का क्षेत्रफल लगभग 1,80,000 वर्ग किलोमीटर है। यह दुनिया के सबसे शुष्क गैर-ध्रुवीय मरुस्थलों में से एक है, जो मुख्य रूप से चिली में स्थित है और पेरू के कुछ हिस्सों तक फैला हुआ है। इसकी शुष्कता का मुख्य कारण एंडीज पर्वत श्रृंखला है, जो पूर्व से आने वाली नमी को रोकती है, और प्रशांत महासागर की ठंडी हम्बोल्ट धारा है, जो वर्षा को दबाती है। अटाकामा की शुष्कता के कारण यहाँ का परिदृश्य अद्वितीय है, जिसमें नमक के मैदान, रेत के टीले और ज्वालामुखी शामिल हैं। इस कठोर वातावरण के बावजूद, अटाकामा में कई विशेष प्रकार के पौधे और जानवर पाए जाते हैं, जिन्होंने इन चरम स्थितियों के अनुकूलन किया है। इसके अलावा, अटाकामा खगोलीय वेधशालाओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि यहाँ की जलवायु बेहद शुष्क है, प्रदूषण का स्तर कम है, और बादल बहुत कम दिखाई देते हैं, जिससे यह ब्रह्मांड का अध्ययन करने के लिए आदर्श है। यहाँ कई अंतरराष्ट्रीय वेधशालाएँ स्थापित हैं, जो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।