भारत का राष्ट्रगीत, 'वन्दे मातरम्' बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1882 में लिखे गए उपन्यास 'आनंदमठ' से लिया गया है। इस गीत को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने संस्कृत और बांग्ला मिश्रित भाषा में रचा था।
'आनंदमठ' उपन्यास 18वीं शताब्दी के अंत में बंगाल में हुए संन्यासी विद्रोह पर आधारित है। यह उपन्यास ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक बन गया और 'वन्दे मातरम्' गीत स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशभक्ति का नारा बन गया।
'वन्दे मातरम्' को पहली बार 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया था। 24 जनवरी 1950 को, भारत की संविधान सभा ने इसे राष्ट्रगीत के रूप में अपनाया। इस गीत का संगीत यदुनाथ भट्टाचार्य ने दिया था।
Answered :- 2022-12-22 09:45:15
Academy