सेमेरू ज्वालामुखी, जिसे 'माहामेरु' के नाम से भी जाना जाता है, पूर्वी जावा, इंडोनेशिया में स्थित है। इसकी ऊँचाई 3,676 मीटर (12,060 फीट) है, जो इसे जावा द्वीप का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी बनाता है। सेमेरू एक सक्रिय स्ट्रेटोवोलकानो (Stratovolcano) है, जिसका अर्थ है कि यह कई परतों से बना है जो लावा प्रवाह, राख और ज्वालामुखी मलबे से निर्मित हुई हैं। यह ज्वालामुखी अपनी विस्फोटक गतिविधि और लगातार राख के बादलों के उत्सर्जन के लिए जाना जाता है। सेमेरू का नाम हिंदू पौराणिक कथाओं में वर्णित 'मेरु पर्वत' से लिया गया है, जो ब्रह्मांड का केंद्र माना जाता है। इंडोनेशियाई संस्कृति में, यह ज्वालामुखी एक पवित्र पर्वत माना जाता है। सेमेरू में 1818 से लेकर अब तक कई बार विस्फोट हो चुके हैं, जिनमें से कुछ काफी विनाशकारी रहे हैं। हाल के वर्षों में भी, ज्वालामुखी ने महत्वपूर्ण गतिविधि दिखाई है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खतरा बना हुआ है। ज्वालामुखी की निगरानी महत्वपूर्ण है ताकि समय पर निकासी की जा सके और नुकसान को कम किया जा सके।