सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह गैनिमीड है, जो बृहस्पति (Jupiter) का एक चंद्रमा है। यह न केवल सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है, बल्कि यह बुध (Mercury) ग्रह से भी बड़ा है। गैनिमीड की खोज गैलीलियो गैलीली ने 1610 में की थी। कुछ अतिरिक्त विवरण: आकार और संरचना: गैनिमीड का व्यास लगभग 5,268 किलोमीटर है। यह मुख्य रूप से चट्टानों और बर्फ से बना है, जिसमें एक लौह युक्त कोर, एक मेंटल और एक बर्फीली परत शामिल है। चुंबकीय क्षेत्र: गैनिमीड सौरमंडल का एकमात्र ऐसा उपग्रह है जिसका अपना चुंबकीय क्षेत्र है। माना जाता है कि यह इसके तरल लोहे के कोर में संवहन के कारण उत्पन्न होता है। सतह: गैनिमीड की सतह पर गहरे रंग के, अत्यधिक क्रेटर वाले क्षेत्र और हल्के रंग के, कम क्रेटर वाले क्षेत्र दोनों हैं, जिन्हें माना जाता है कि वे टेक्टोनिक गतिविधि के परिणामस्वरूप बने हैं। जल का अस्तित्व: गैनिमीड की सतह के नीचे एक खारे पानी का महासागर होने का प्रमाण मिला है, जो इसे जीवन की संभावना के दृष्टिकोण से एक रोचक स्थान बनाता है। खोज मिशन: गैनिमीड की खोज के लिए कई मिशन भेजे गए हैं, जिनमें गैलीलियो और जूनो शामिल हैं। भविष्य में, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का जूस (JUICE) मिशन भी गैनिमीड का अध्ययन करेगा।