अंटार्कटिका महाद्वीप का केवल 2 प्रतिशत भाग गर्मी में बर्फहीन होता है। यह क्षेत्र, जिसे "अंटार्कटिक ओएसिस" भी कहा जाता है, मुख्य रूप से तटीय क्षेत्रों और पर्वतीय चोटियों तक सीमित है जहां तेज हवाएं और सूर्य की किरणें बर्फ को पिघलाने में मदद करती हैं।
इस 2% क्षेत्र में, शुष्क घाटियां (Dry Valleys) सबसे महत्वपूर्ण हैं। ये घाटियां दुनिया के सबसे शुष्क स्थानों में से एक हैं और यहां लाखों वर्षों से बारिश नहीं हुई है। तेज हवाएं बर्फ को उड़ा ले जाती हैं और सतह को उजागर कर देती हैं।
बर्फहीन क्षेत्रों में, विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीव, जैसे कि बैक्टीरिया, शैवाल और कवक पाए जाते हैं, जो चरम परिस्थितियों में जीवित रहने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में लाइकेन और काई (moss) भी उगते हैं।
हालांकि यह क्षेत्र अंटार्कटिका के कुल क्षेत्रफल का एक छोटा सा हिस्सा है, लेकिन यह वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण है। यहां शोधकर्ता पृथ्वी के सबसे ठंडे और शुष्क वातावरण में जीवन की संभावनाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन करते हैं। इन बर्फहीन क्षेत्रों में पाए जाने वाले भूगर्भीय नमूने पृथ्वी के इतिहास और अंटार्कटिका के भूवैज्ञानिक विकास के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं।
Answered :- 2022-12-22 09:43:29
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