जापान में फ्यूजीयामा एक ज्वालामुखीय पर्वत है, जो होन्शू द्वीप पर स्थित है। विशेष रूप से, यह एक निष्क्रिय स्ट्रैटोवोलकानो (stratovolcano) है, जिसका अर्थ है कि यह एक मिश्रित ज्वालामुखी है जो लावा प्रवाह, राख और अन्य ज्वालामुखी सामग्री की परतों से बना है। माउंट फ़ूजी लगभग 3,776.24 मीटर (12,389 फीट) ऊंचा है, जो इसे जापान का सबसे ऊंचा पर्वत बनाता है। फ़ूजीयामा की प्रतिष्ठित शंक्वाकार आकृति इसे जापानी संस्कृति और कला में एक महत्वपूर्ण प्रतीक बनाती है, जो अक्सर चित्रकला, फोटोग्राफी और अन्य कला रूपों में चित्रित की जाती है। आखिरी बार यह 1707 में एडो काल के दौरान फटा था, जिसे होइई विस्फोट के नाम से जाना जाता है, जिससे व्यापक राख का जमाव हुआ। आज, फ़ूजीयामा एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और पर्वतारोहियों के लिए एक पसंदीदा स्थान है, विशेष रूप से गर्मियों के महीनों में। इसे यूनेस्को द्वारा एक सांस्कृतिक स्थल के रूप में भी मान्यता दी गई है।