मंगल ग्रह पर स्थित निक्स ओलंपिया (Nix Olympia) सौरमंडल का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पर्वत एक विशाल ज्वालामुखी है, जिसे शील्ड ज्वालामुखी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। अतिरिक्त जानकारी: ऊँचाई: निक्स ओलंपिया की ऊँचाई लगभग 22 किलोमीटर (13.6 मील) है, जो माउंट एवरेस्ट से लगभग तीन गुना अधिक है। चौड़ाई: इस ज्वालामुखी का व्यास लगभग 600 किलोमीटर (370 मील) है। उत्पत्ति: निक्स ओलंपिया का निर्माण अरबों वर्षों में मंगल ग्रह पर हुए ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण हुआ है। खोज: इसे पहली बार 19वीं शताब्दी में दूरबीन से देखा गया था, लेकिन इसकी पर्वतीय प्रकृति की पुष्टि 20वीं शताब्दी में अंतरिक्ष यान द्वारा की गई। विशेषताएँ: निक्स ओलंपिया के किनारे पर एक खड़ी ढलान है, जिसे एस्कार्पमेंट (escarpment) कहा जाता है, जो कई किलोमीटर ऊँची है। इसके शिखर पर छह गड्ढे (calderas) हैं, जो ज्वालामुखी गतिविधि के कारण बने हैं। नाम: इसका नाम ग्रीक पौराणिक कथाओं के निक्स (रात की देवी) और ओलंपस (देवताओं का निवास) से लिया गया है। वैज्ञानिक महत्व: निक्स ओलंपिया का अध्ययन वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह के भूगर्भिक इतिहास और ज्वालामुखी गतिविधि को समझने में मदद करता है। भविष्य की खोज: भविष्य के मंगल मिशन इस पर्वत की अधिक विस्तृत जांच कर सकते हैं ताकि ग्रह के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।