फर्डिनेंड मैगलन, एक पुर्तगाली नाविक (स्पेन के लिए काम कर रहे थे), ने अटलांटिक महासागर के दक्षिणी छोर से प्रशांत महासागर की खोज की थी। यह ऐतिहासिक घटना 1520 में घटी, जब मैगलन ने 'मैगलन जलडमरूमध्य' (Strait of Magellan) को पार किया, जो दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर स्थित एक खतरनाक जलमार्ग है।
यहां कुछ अतिरिक्त जानकारी है:
उद्देश्य: मैगलन का लक्ष्य पूरब की ओर से एशिया (मसाला द्वीप) तक एक नया व्यापार मार्ग खोजना था। उस समय, पुर्तगाल ने अफ्रीका के चारों ओर पूर्वी मार्ग को नियंत्रित कर रखा था, और स्पेन एक पश्चिमी मार्ग की तलाश में था।
यात्रा की कठिनाई: मैगलन जलडमरूमध्य को पार करना एक बेहद कठिन कार्य था। यह संकरा, घुमावदार और तूफानी था, जिसके कारण कई जहाजों को नुकसान पहुंचा और नाविकों को भारी नुकसान हुआ।
प्रशांत महासागर का नामकरण: जलडमरूमध्य को पार करने के बाद, मैगलन ने एक विशाल और शांत समुद्र में प्रवेश किया। उन्होंने इस सागर को 'पैसिफिक ओशन' (Pacific Ocean) नाम दिया, जिसका अर्थ है 'शांत सागर'। हालांकि, यह नाम भ्रामक साबित हुआ, क्योंकि प्रशांत महासागर वास्तव में तूफानों और खतरनाक मौसम के लिए भी जाना जाता है।
परिणाम: मैगलन की यह यात्रा मानव इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण समुद्री यात्राओं में से एक मानी जाती है। इसने यह साबित कर दिया कि पृथ्वी गोल है और महासागर आपस में जुड़े हुए हैं। हालांकि, मैगलन खुद फिलीपींस में एक स्थानीय संघर्ष में मारे गए, लेकिन उनके अभियान ने पृथ्वी की पहली परिक्रमा पूरी की।
मैगलन के अभियान के जहाजों के नाम: मैगलन के अभियान में पाँच जहाज शामिल थे: 'ट्रिनिडाड' (Trinidad) (फ्लैगशिप), 'सैन एंटोनियो' (San Antonio), 'कांसेप्सिओन' (Concepcion), 'विक्टोरिया' (Victoria), और 'सैंटियागो' (Santiago)। 'विक्टोरिया' एकमात्र ऐसा जहाज था जो स्पेन वापस लौट सका, और उसने दुनिया की पहली परिक्रमा पूरी की।
Answered :- 2022-12-22 09:42:51
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