शिशु अवस्था
युवावस्था
बाल्यावस्था
किशोरावस्था
बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास किस अवस्था में पूर्णता को प्राप्त होता है
जिस आयु में बालक की मानसिक योग्यता का लगभग पूर्ण विकास हो जाता है, वह है
समाज उन्हें सदा सम्मानित करता है जो
कवि के अनुसार उनका जीवन आसान नहीं है, जो
नौसिखिया किसे कहते है
कवि उन्हें नमन कर रहा है जो
कविता में 'बैसाखी' का भावार्थ है
उन उद्योगों को लघु उद्योग कहा जाता है
मशीनीकरण से तात्पर्य है
लघु उद्योगों को प्रश्रय देने के संदर्भ में गांधी जी की क्या धारणा थी