• बाल साहित्य को पढ़कर सुनाने पर बल देती है।

  • सभी भाषाओं को सीखने पर बल देती है।

  • गतिविधियों के आयोजन पर बल देती है।

  • बच्चों के भाषायी विकास की स्पष्ट समझ पर बल देती है।


बच्चों के भाषायी विकास की स्पष्ट समझ पर बल देती है।