अपने कामों से सबका हित करते हैं।
सदियों तक पूजे जाते हैं।
नित्य नए हुए खोजते हैं।
प्यासे को पानी पिलाते हैं।
कवि के अनुसार उनका जीवन आसान नहीं है, जो
नौसिखिया किसे कहते है
कवि उन्हें नमन कर रहा है जो
कविता में 'बैसाखी' का भावार्थ है
उन उद्योगों को लघु उद्योग कहा जाता है
मशीनीकरण से तात्पर्य है
लघु उद्योगों को प्रश्रय देने के संदर्भ में गांधी जी की क्या धारणा थी
भारत जैसे देश के लिए लघु उद्योग धंधों का महत्व क्यों बढ़ जाता है
विषमता का विपरीतार्थक है
समृद्ध शब्द में भाव है