बैसाखी के सहारे चलते हैं।
परिश्रम से बिती बहारों को लौटा लाते हैं।
स्वयं अपने ही लिए साधन जुटाते हैं।
लोगों के सामने हाथ फैलाते हैं।
नौसिखिया किसे कहते है
कवि उन्हें नमन कर रहा है जो
कविता में 'बैसाखी' का भावार्थ है
उन उद्योगों को लघु उद्योग कहा जाता है
मशीनीकरण से तात्पर्य है
लघु उद्योगों को प्रश्रय देने के संदर्भ में गांधी जी की क्या धारणा थी
भारत जैसे देश के लिए लघु उद्योग धंधों का महत्व क्यों बढ़ जाता है
विषमता का विपरीतार्थक है
समृद्ध शब्द में भाव है
भाषा शिक्षण का सामान्य उद्देश्य है