अकबर ने अपनी राजधानी आगरा से फतेहपुर सीकरी 1571 ई० में स्थानान्तरित किया था।
विस्तृत उत्तर:
अकबर ने 1571 ई० में अपनी राजधानी आगरा से फतेहपुर सीकरी स्थानांतरित की। इस स्थानांतरण के पीछे कई कारण थे, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:
सूफी संत शेख सलीम चिश्ती का प्रभाव: अकबर शेख सलीम चिश्ती के बहुत बड़े अनुयायी थे और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अक्सर फतेहपुर सीकरी जाते थे। शेख सलीम चिश्ती ने भविष्यवाणी की थी कि अकबर को एक पुत्र होगा, और जब 1569 में अकबर को पुत्र (जहाँगीर) हुआ, तो उन्होंने इसे शेख सलीम चिश्ती के आशीर्वाद का परिणाम माना। इससे अकबर का फतेहपुर सीकरी के प्रति लगाव और बढ़ गया।
सामरिक कारण: फतेहपुर सीकरी एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान था। यह एक पहाड़ी पर स्थित था, जिससे यह दुश्मनों के खिलाफ एक मजबूत गढ़ बन गया। इसके अलावा, यह क्षेत्र उपजाऊ भी था, जिससे शहर की खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती थी।
आर्थिक कारण: फतेहपुर सीकरी आगरा की तुलना में व्यापार के लिए अधिक अनुकूल स्थान था। यह व्यापार मार्गों के केंद्र में स्थित था, जिससे व्यापारियों के लिए यहां आना-जाना आसान था।
फतेहपुर सीकरी में, अकबर ने कई शानदार इमारतों का निर्माण करवाया, जिनमें बुलंद दरवाजा, पंच महल, सलीम चिश्ती का मकबरा और दीवान-ए-आम शामिल हैं। ये इमारतें मुगल वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। हालांकि, पानी की कमी के कारण अकबर को 1585 में राजधानी को लाहौर स्थानांतरित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद फतेहपुर सीकरी का महत्व कम हो गया।
Answered :- 2022-12-12 08:08:30
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