गुप्त वंश का प्रथम प्रतापी राजा चन्द्रगुप्त प्रथम था। उन्होंने 319 ईस्वी में गुप्त संवत की शुरुआत की और महाराजाधिराज की उपाधि धारण की। यद्यपि गुप्त वंश की स्थापना श्रीगुप्त ने की थी, वास्तविक शक्ति और साम्राज्य विस्तार का श्रेय चन्द्रगुप्त प्रथम को ही जाता है। उन्होंने लिच्छवी राजकुमारी कुमारदेवी से विवाह किया, जिससे उन्हें राजनीतिक रूप से मजबूत होने में सहायता मिली और साम्राज्य की नींव सुदृढ़ हुई। उनके शासनकाल में गुप्त साम्राज्य ने एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाई।
Answered :- 2022-12-09 15:30:52
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