आत्म सम्मान आंदोलन के संस्थापक ई. वी. रामास्वामी नायकर पेरियार थे, जिन्हें राजा-राममोहन राय के उपनाम से भी जाना जाता है, भारतीय स्वातंत्र्य आंदोलन के समाज सुधारक थे। वे तमिलनाडु के तिरुचिराप्पल्ली जिले में एक शिक्षक के परिवार में जन्मे थे। उन्होंने व्यापक रूप से तमिलनाडु में जाति एवं धर्म के आधार पर भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने जीवन में बहुत से समाज सुधारक कार्य किए। उनका आत्म सम्मान आंदोलन, जो उन्होंने 1925 में शुरू किया था, उनका सबसे प्रसिद्ध कार्य है। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से निर्धनों, उपेक्षितों और अनुपस्थितों के लिए आरक्षण की मांग थी।