इटली के राष्ट्रीय निगम परिषद् का अध्यक्ष मुसोलिनी था, लेकिन यह जानकारी इस पद के महत्व और संदर्भ को पूरी तरह से नहीं दर्शाती है। मुसोलिनी, न केवल राष्ट्रीय निगम परिषद् का अध्यक्ष था, बल्कि वह इटली का तानाशाह (डिक्टेटर) भी था, जिसे 'इल ड्यूस' (Il Duce) के नाम से भी जाना जाता था।
राष्ट्रीय निगम परिषद्, फासीवादी शासन द्वारा स्थापित एक महत्वपूर्ण संस्था थी। इसका उद्देश्य अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करना और विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों को सरकार के अधीन लाना था। यह प्रणाली, जिसे 'कॉर्पोरेटवाद' (Corporatism) कहा जाता था, का दावा था कि यह पूंजीवाद और साम्यवाद के बीच एक तीसरा रास्ता प्रदान करती है, जिसमें श्रमिकों और मालिकों दोनों के हितों का प्रतिनिधित्व किया जाता है।
मुसोलिनी का परिषद् के अध्यक्ष के रूप में पद, उन्हें अर्थव्यवस्था पर सीधा नियंत्रण प्रदान करता था। वह नीतियां निर्धारित करता था, औद्योगिक विवादों का निपटारा करता था, और यह सुनिश्चित करता था कि सभी आर्थिक गतिविधियां फासीवादी शासन के लक्ष्यों के अनुरूप हों। इस पद के माध्यम से, मुसोलिनी ने इटली की अर्थव्यवस्था को सैन्य ताकत और राष्ट्रीय गौरव बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया।
इसलिए, यह कहना पर्याप्त नहीं है कि मुसोलिनी राष्ट्रीय निगम परिषद् का अध्यक्ष था। यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह पद फासीवादी शासन की संरचना में कितना महत्वपूर्ण था और मुसोलिनी ने इसका उपयोग अपनी तानाशाही शक्ति को मजबूत करने के लिए कैसे किया।
Answered :- 2022-12-11 17:46:05
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