गुप्त वंश का राजकीय चिन्ह गरुड़ था, जो विष्णु का वाहन माना जाता है। इस चिन्ह का प्रयोग उनकी स्वर्ण मुद्राओं, शिलालेखों और राजकीय दस्तावेजों पर मिलता है। गरुड़ शक्ति, पराक्रम और साम्राज्यिक वैभव का प्रतीक था। गुप्त शासकों ने स्वयं को विष्णु के उपासक के रूप में प्रस्तुत किया, इसलिए गरुड़ को राजकीय चिन्ह के रूप में अपनाना उनकी धार्मिक मान्यताओं और राजनीतिक शक्ति को दर्शाता है। यह चिन्ह गुप्त साम्राज्य की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया था और उनकी कला और संस्कृति में भी व्यापक रूप से दिखाई देता है।
Answered :- 2022-12-09 15:30:52
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