उसे जालंधर के कुण्ठाग्रस्त राज्यपाल अदीना बेग खाँ ने पंजाब पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया
वह मराठों द्वारा लाहौर से अपने वायसराय तैमूरशाह के निष्कासन का बदला लेना चाहता था
वह मुगल प्रशासन को चहार महल (गुजरात, औरंगाबाद, सियालकोट तथा पसरूर) के राजस्व का भुगतान न करने के लिए दण्डित करना चाहता था
वह दिल्ली की सीमाओं तक के पंजाब के सभी उपजाऊ मैदानों को हड़पकर अपने राज्य में विलय करना चाहता था