गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी सदी के अंत में कौशाम्बी में हुआ था, यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य है। कौशाम्बी, जो आधुनिक उत्तर प्रदेश में स्थित है, गुप्त साम्राज्य के प्रारंभिक केंद्र के रूप में उभरा।
हालांकि कौशाम्बी को प्रारंभिक उदय स्थल माना जाता है, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गुप्तों ने धीरे-धीरे अपने साम्राज्य का विस्तार किया। उन्होंने शक्तिशाली राजवंशों को हराया और वैवाहिक गठबंधन स्थापित किए, जिससे उनका प्रभाव बढ़ता गया। गुप्त साम्राज्य की वास्तविक शक्ति और विस्तार का केंद्र बाद में मगध में स्थानांतरित हो गया, जिसकी राजधानी पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) थी।
इसलिए, जबकि कौशाम्बी गुप्त साम्राज्य के उदय का प्रारंभिक बिंदु था, पाटलिपुत्र बाद में साम्राज्य की राजधानी और शक्ति का केंद्र बन गया। गुप्त साम्राज्य ने चौथी से छठी शताब्दी तक भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया और इसे भारत का स्वर्ण युग माना जाता है। गुप्त काल में कला, विज्ञान, साहित्य और दर्शन के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
Answered :- 2022-12-09 15:52:57
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