यह लुम्बिनी मे स्थित है, जिसकी अशोक ने स्वय यात्रा की थी
अशोक के द्वारा बुद्ध कोणाकमन को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने की यात्रा की स्मृति इसमे सयोजित है
अशोक ने लुम्बिनी ग्राम को बलि-भुक्तान के भार से मुक्त कर दिया
उसने वहाँ के भू-राजस्व को घटाकर उपज का भाग कर दिया