गैसों के अणुगति सिद्धान्त के अनुसार, प्रत्येक पदार्थ का निर्माण अणु एवं अणुओं के समुह से होता है। पदार्थ में उपस्थित अणु सभी सम्भव दिशाओं में सभी सम्भव चालों से स्वेच्छिक रूप से निरन्तर गतिज अवस्था में होते हैं। पदार्थों में उपस्थित अणुओं की अनियमित गति के कारण वस्तु की ऊर्जा को ऊष्मीय ऊर्जा कहते हैं।