• संलयन में काफी ऊष्मा पैदा होती है

  • संलयन अभिक्रिया धुप में होती है

  • संलयन नाभिकीय उर्जा को ताप में बदल देता है

  • संलयन के लिए अत्यधिक उच्च तापमान की स्थितियों की आवश्यकता होती है


संलयन के लिए अत्यधिक उच्च तापमान की स्थितियों की आवश्यकता होती है