यह बाइनरी डाटा को मानव द्वारा पढ़े जाने वाले रूप में बदलता है जिसे प्रयोक्ता समझ सकते हैं।
यह आगे प्रोसेसिंग के लिए डाटा को बाइनरी रूप में कंप्यूटर में भेजता है।
यह बाहरी दुनिया से डाटा स्वीकार करता है।
यह डाटा को बाइनरी कोड में बदलता है जिसे कंप्यूटर समझता है।