भारत का सबसे प्राचीन नगर मोहनजोदड़ो था। यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र था जो आधुनिक भारत के पाकिस्तान में स्थित है| मोहेंजोदारो को हजारों साल पहले बसाया गया था और यह सभ्यता धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उन्नति का एक उदाहरण है। मोहेंजोदारो में इस समय करीब 3000 से अधिक लोग रहते थे और वहां विभिन्न व्यवसायों का विकास हुआ था जैसे कि वस्तु व्यापार, सुधारित खेती, चांदी के उत्पादन और अन्य उद्योग।
मोहेंजोदड़ो को 1920 में ब्रिटिश विद्वान रक्षित स्थल के तौर पर खोजा गया था और उसके बाद से वह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल बन गया है। इस स्थान पर अधिकांश सभ्यताओं के लोगों द्वारा निवास किया जाता था जैसे कि हड़प्पा सभ्यता और वेदिक संस्कृति के लोग।
मोहेंजोदड़ो में खोजे गए उपकरण, चीनी मिट्टी के पात्र, शंख, गुलाबी रंग की रेत और शिलाओं के बिखरे हुए टुकड़ों से स्पष्ट होता है कि इस सभ्यता में आधुनिक और विकासित जीवन जीने वाले लोग रहते थे। इस सभ्यता की विशेषताओं में शहर की निर्माण शैली, सड़कों की व्यवस्था, भाषा और लेखन सामान्य थे। मोहेंजोदड़ो सभ्यता का अस्तित्व लगभग 2500 से 1500 ईसा पूर्व तक रहा था|
इसी प्रकार, सिंधु घाटी सभ्यता भी भारत की एक प्राचीन सभ्यता थी जो लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक मौजूद थी। इस सभ्यता की मुख्य विशेषताएं शहरीकरण, व्यापार और वस्तु उत्पादन के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करना था। इस सभ्यता में लोग स्वच्छता, सामाजिक विचारधारा और वैदिक धर्म का अनुसरण करते थे।
भारत के प्राचीन नगरों में से एक अयोध्या भी है, जो उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। अयोध्या रामायण के लिए महत्वपूर्ण स्थान है और हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व रखती है। यह भारत के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है जो अपनी विविधता और समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है।