ओडिशा सामान्य ज्ञान: ओड़िशा जिसे पहले उड़ीसा के नाम से जाना जाता था, भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर है। ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है।
ओड़िआ भाषा राज्य की अधिकारिक और सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भाषाई सर्वेक्षण के अनुसार ओड़िशा की 93.33% जनसंख्या ओड़िआ भाषी है। ओड़िशा के संबलपुर के पास स्थित हीराकुंड बांध विश्व का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है।ओडिशा के मुख्यमंत्रियों के बारें में संक्षिप्त जानकारी:
वर्तमान मुख्यमंत्री | नवीन पटनायक |
राजनीतिक दल | बीजू जनता दल |
प्रथम मुख्यमंत्री | हरेकृष्ण महताब |
ओडिशा का इतिहास: प्राचीन काल से मध्यकाल तक ओडिशा राज्य को कलिंग, उत्कल, उत्करात, ओड्र, ओद्र, ओड्रदेश, ओड, ओड्रराष्ट्र, त्रिकलिंग, दक्षिण कोशल, कंगोद, तोषाली, छेदि तथा मत्स आदि नामों से जाना जाता था। परन्तु इनमें से कोई भी नाम सम्पूर्ण ओडिशा को इंगित नहीं करता था। अपितु यह नाम समय-समय पर ओडिशा राज्य के कुछ भाग को ही प्रस्तुत करते थे। वर्तमान नाम ओडिशा से पूर्व इस राज्य को मध्यकाल से उड़ीसा नाम से जाना जाता था, जिसे अधिकारिक रूप से 04 नवम्बर, 2011 को ओडिशा नाम में परिवर्तित कर दिया गया।
ओडिशा नाम की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द ओड्र से हुई है। इस राज्य की स्थापना भागीरथ वंश के राजा ओड ने की थी, जिन्होने अपने नाम के आधार पर नवीन ओड-वंश व ओड्र राज्य की स्थापना की। समय विचरण के साथ तीसरी सदी ई०पू० से ओड्र राज्य पर महामेघवाहन वंश, माठर वंश, नल वंश, विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोदभव वंश, भौमकर वंश, नंदोद्भव वंश, सोम वंश, गंग वंश व सूर्य वंश आदि सल्तनतों का आधिपत्य भी रहा। प्राचीन काल में ओडिशा राज्य का वृहद भाग कलिंग नाम से जाना जाता था।
ओड़िशा राज्य की स्थापना 01 अप्रैल 1936 को कटक के कनिका पैलेस में भारत के एक राज्य के रूप में हुई थी और इस नये राज्य के अधिकांश नागरिक ओड़िआ भाषी थे। ओड़िशा में 01 अप्रैल को उत्कल दिवस (ओड़िशा दिवस) के रूप में मनाया जाता है। ओडिशा के मुख्यमंत्री 2019: वर्ष 1946 से अब तक ओडिशा के 14 मुख्यमंत्री बन चुके हैं। ओडिशा के वर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हैं। नवीन पटनायक ने 05 मई 2000 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। ओडिशा के प्रथम मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताब थे। नवीन पटनायक सबसे लम्बे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। ओडिशा के प्रिमियर:
मुख्यमंत्री का नाम | पदभार ग्रहण | पदमुक्ति | दल/राजनीतिक पार्टी |
कृष्ण चन्द्र गजपति | 01 अप्रैल 1937 | 19 जुलाई 1937 | निर्दलीय |
विश्वनाथ दास | 19 जुलाई 1937 | 04 नवम्बर 1939 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
कृष्ण चन्द्र गजपति | 29 नवम्बर 1941 | 29 जून 1941 | निर्दलीय |
मुख्यमंत्री का नाम | पदभार ग्रहण | पदमुक्ति | दल/राजनीतिक पार्टी |
हरेकृष्ण महताब | 23 अप्रैल 1946 | 12 मई 1950 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
नवकृष्ण चौधरी | 12 मई 1950 | 20 फ़रवरी 1952 | |
20 फ़रवरी 1952 | 19 अक्टूबर 1956 | ||
हरेकृष्ण महताब | 19 अक्टूबर 1956 | 06 अप्रैल 1957 | |
06 अप्रैल 1957 | 22 मई 1959 | ||
22 मई 1959 | 25 फ़रवरी 1961 | ||
राष्ट्रपति शासन (25 फ़रवरी 1961 से 23 जून 1961 तक) | |||
बीजू पटनायक | 23 जून 1961 | 02 अक्टूबर 1963 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
बीरेन मित्रा | 02 अक्टूबर 1963 | 21 फ़रवरी 1965 | |
सदाशिव त्रिपाठी | 21 फ़रवरी 1965 | 08 मार्च 1967 | |
राजेंद्र नारायण सिंह देव | 08 मार्च 1967 | 09 जनवरी 1971 | स्वतंत्र पार्टी |
राष्ट्रपति शासन (11 जनवरी 1971 से 03 अप्रैल 1971 तक) | |||
विश्वनाथ दास | 03 अप्रैल 1971 | 14 जून 1972 | निर्दलीय |
नंदिनी सत्पथी | 14 जून 1972 | 03 मार्च 1973 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
राष्ट्रपति शासन (3 मार्च 1973 से 6 मार्च 1974 तक) | |||
नंदिनी सत्पथी | 06 मार्च 1974 | 16 दिसम्बर 1976 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
राष्ट्रपति शासन (16 दिसम्बर 1976 से 29 दिसम्बर 1976 तक) | |||
बिनायक आचार्य | 29 दिसम्बर 1976 | 30 अप्रैल 1977 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
राष्ट्रपति शासन (30 अप्रैल 1977 से 26 जून 1977 तक) | |||
नीलमणि राउत्रे | 26 जून 1977 | 17 फ़रवरी 1980 | जनता पार्टी |
राष्ट्रपति शासन (17 फ़रवरी 1980 से 09 जून 1980 तक) | |||
जानकी बल्लभ पटनायक | 09 जून 1980 | 10 मार्च 1985 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
10 मार्च 1985 | 07 दिसम्बर 1989 | ||
हेमानन्द बिश्वाल | 07 दिसम्बर 1989 | 05 मार्च 1990 | |
बीजू पटनायक | 05 मार्च 1990 | 15 मार्च 1995 | जनता दल |
जानकी बल्लभ पटनायक | 15 मार्च 1995 | 17 फ़रवरी 1999 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
गिरिधर गमांग | 17 फ़रवरी 1999 | 06 दिसम्बर 1999 | |
हेमनन्द बिश्वाल | 06 दिसम्बर 1999 | 05 मार्च 2000 | |
नवीन पटनायक | 05 मार्च 2000 | 16 मई 2004 | बीजू जनता दल |
16 मई 2004 | 21 मई 2009 | ||
21 मई 2009 | 21 मई 2014 | ||
21 मई 2014 | 24 मई 2019 | ||
24 मई 2019 | अब तक |