विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके राष्ट्रीय स्मारको की सूची (List of National Monuments of the World)
स्मारक किसे कहते हैं? एक स्मारक एक संरचना है जिसे किसी प्रसिद्ध व्यक्ति या घटना के लोगों को याद दिलाने के लिए बनाया जाता है। किस स्मारक को भारत का राष्ट्रीय स्मारक कहते हैं? इंडिया गेट, जिसे मूल रूप से अखिल भारतीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय स्मारक है। यह 1914-21 के दौरान मारे गए अविभाजित भारतीय सेना के 82,000 सिपाहियों की याद में निर्मित एक स्मारक है तो नई दिल्ली में स्थित है। किसी देश का राष्ट्रीय स्मारक एक एसा स्मारक होता है जिसे उस देश के इतिहास, राजनीती या उस्के लोगों के अनुकूल किसी अती महत्वपूर्ण घटना(जैसे: किसी युद्ध या देश की संस्थापना) की स्मृती में निर्मित किया गया हो, ऐसे स्मारक को उस देश में प्रायः संपूर्ण राष्ट्र, उसके लोग, उसकी संस्कृती एवं उसकी राष्ट्रीय विचारधारा के स्मारकीय प्रतीक के रूप में भी दर्शा जाता है। राष्ट्रीय स्मारक को देश के संस्कृती, सम्मान एवं विचारधारा का प्रतीक एवं राष्ट्रीय-पहचान का अभिन्न अंग माना जाता है। आइये जाने प्रमुख देशों की राष्ट्रीय स्मारकों के बारे में:-
विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय स्मारको की सूची:
राष्ट्रीय स्मारक | कहाँ पर स्थित है | देश का नाम |
क्राइस्ट द रिडीमर स्टेच्यू | रियो डी जेनेरो | ब्राजील |
क्राइस्ट द रिडीमर ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो में स्थापित ईसा मसीह की एक प्रतिमा है जिसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आर्ट डेको स्टैच्यू माना जाता है। और यह दुनिया में अपनी तरह की सबसे ऊँची मूर्तियों में से एक है। ईसाई धर्म के एक प्रतीक के रूप में यह प्रतिमा रियो और ब्राजील की एक पहचान बन गयी है। इसका निर्माण 1922 और 1931 के बीच किया गया था। | ||
क्रेमलिन | मास्को | रूस |
सामंतवादी युग में रूस के विभिन्न नगरों में जो दुर्ग बनाए गए थे वे क्रेमलिन कहलाते हैं। ये दुर्ग लकड़ी अथवा पत्थर की दीवारों से बने थे और रक्षा के निमित्त ऊपर बुर्जियां बनी थीं। ये दुर्ग मध्यकाल में रूसी नागरिकों के धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र थे, फलत: इन दुर्गों के भीतर ही राजप्रासाद, गिरजा, सरकारी भवन और बाजार बने थे। यह 492 ई. के आसपास गुलाबी रंग की ईटों से बनाया गया था। इसके भीतर विभिन्न कालों के बने अनेक भवन हैं। | ||
पीसा की झुकी हुई मीनार | पीसा | इटली |
इटली में लीनिंग टावर ऑफ़ पीसा को वास्तुशिल्प का अदभुत नमूना माना जाता है। अपने निर्माण के बाद से ही मीनार लगातार नीचे की ओर झुकती रही है और इसी झुकने की वजह से वह दुनिया भर में भी मशहूर रही है। 1173 ई. मे निर्मित आठ मंजिला पीसा की मीनार का वास्तुकार बोनेब्रस था। | ||
विशाल दीवार | उत्तर चीन | चीन |
चीन की विशाल दीवार मिट्टी और पत्थर से बनी एक किलेनुमा दीवार है जिसे चीन के विभिन्न शासको के द्वारा उत्तरी हमलावरों से रक्षा के लिए पाँचवीं शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर सोलहवी शताब्दी तक बनवाया गया। इस मानव निर्मित ढांचे को अन्तरिक्ष से भी देखा जा सकता है। यह दीवार 6,400 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली है। यह माना है, कि इस महान दीवार निर्माण परियोजना में लगभग 20 से 30 लाख लोगों ने अपना जीवन लगा दिया था। | ||
पार्थेनन | एथेंस | यूनान |
पार्थेनन अथीनियान एक्रोपोलिस पर एक मंदिर है, युवती की देवी एथेना को समर्पित ग्रीस, जिसे एथेंस के लोग अपने संरक्षक देवता माना जाता है। इसका निर्माण 447 ईसा पूर्व में शुरू हुआ था। और ग्रीक मंदिरों की तरह, पार्थेनन एक खजाने के रूप में इस्तेमाल किया गया था। | ||
इम्पीरियल पैलेस | टोकियो | जापान |
टोक्यो इम्पीरियल पैलेस जापान के सम्राट का मुख्य निवास है। यह एक बड़ा पार्क जैसा क्षेत्र है जो टोक्यो के चियोदा वार्ड के चियोदा जिले ( Chiyoda district of the Chiyoda ward) में स्थित है और इसमें मुख्य महल, शाही परिवार के कुछ निवास, एक संग्रह, संग्रहालय और प्रशासनिक कार्यालय सहित कई इमारतें हैं। | ||
स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी | न्यूयॉर्क | संंयुुक्त राज्य अमेरिका |
स्टैचू ऑफ लिबर्टी न्यूयॉर्क हार्बर में स्थित एक विशाल मूर्ति है। तांबे की यह मूर्ति 151 फुट लंबी है, लेकिन चौकी और आधारशिला मिला कर यह 305 फुट ऊंची है। 22 मंज़िलाइस मूर्ति के ताज तक पहुंचने के लिये 354 घुमावदार सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इस मूर्ति को देखने रोज़ाना 12 से 14 हज़ार लोग आते हैं। | ||
ओपेरा हाउस | सिडनी | ऑस्ट्रेलिया |
सिडनी ओपेरा हाउस, सिडनी, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में स्थित प्रदर्शन कलाओं का एक बहु-स्थलीय केंद्र है। इसकी कल्पना डैनिश वास्तुकार जॉर्न उत्ज़ॉन ने की थी साथ ही उन्होने इसका अधिकांश निर्माण भी करवाया था। जॉर्न उत्ज़ॉन को इसके लिए, 2003 में वास्तुकला का सर्वोच्च सम्मान पुलित्ज़र पुरस्कार प्रदान किया गया था। | ||
पिरामिड | गीजा | मिस्र |
मिस्र के पिरामिड वहां के तत्कालीन फैरो (सम्राट) गणों के लिए बनाए गए स्मारक स्थल हैं, जिनमें राजाओं के शवों को दफनाकर सुरक्षित रखा गया है। इन शवों को ममी कहा जाता है। उनके शवों के साथ खाद्यान, पेय पदार्थ, वस्त्र, गहनें, बर्तन, वाद्य यंत्र, हथियार, जानवर एवं कभी-कभी तो सेवक सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था। | ||
एफिल टावर | पेरिस | फ्रांस |
अइफ़िल टावर फ्रांस की राजधानी पैरिस में स्थित एक लौह टावर है। इसका निर्माण 1887-1889 में शैम्प-दे-मार्स में सीन नदी के तट पर पैरिस में हुआ था। यह टावर विश्व में उल्लेखनीय निर्माणों में से एक और फ़्रांस की संस्कृति का प्रतीक है। अइफ़िल टावर की रचना गुस्ताव अइफ़िल के द्वारा की गई है। जब अइफ़िल टावर का निर्माण हुआ उस वक़्त वह दुनिया की सबसे ऊँची इमारत थी। | ||
पवन चक्की | किंडरडिज्क | डेनमार्क |
पवन चक्की वो स्ट्रोथ है जिससे गति ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा मैं रूपान्तरित होती है का उपयोग पवन ऊर्जा कहते हैं। ये ऊर्जा एक नवकरणीय ऊर्जा है। डेनमार्क 1970 के दशक के दौरान वाणिज्यिक पवन ऊर्जा विकसित करने में अग्रणी था, और आज दुनिया भर में पवन टर्बाइनों का एक बड़ा हिस्सा डेनिश निर्माताओं द्वारा उत्पादित किया जाता है। | ||
ताजमहल | आगरा | भारत |
ताजमहल भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा है। इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था। ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा सम्मिलन है। सन् 1983 में, ताजमहल युनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना। इसके साथ ही इसे विश्व धरोहर के सर्वत्र प्रशंसा पाने वाली, अत्युत्तम मानवी कृतियों में से एक बताया गया। ताजमहल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी घोषित किया गया है। |